Ola के फाउंडर भाविश अग्रवाल की ‘कृत्रिम’ बनी 1 अरब डॉलर वाली पहली भारत की पहली AI स्टार्टअप फर्म

भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली दिग्गज कंपनी ओला इलेक्ट्रिक्स (Ola Electrics) के फाउंडर और चेयरमैन भाविश अग्रवाल की AI स्टार्ट अप फर्म कृत्रिम (Krutrim) भारत की पहली AI यूनिकॉर्न बन गई है। कंपनी ने आज यानी 26 जनवरी को बयान जारी करते हुए बताया कि उसने मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया (Matrix Partners India) सहित निवेशकों से 5 करोड़ डॉलर की फंडिंग हासिल करने के बाद यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल किया है। बता दें कि कोई भी स्टार्ट अप कंपनी, जिसकी वैल्यूएशन 1 अरब डॉलर हो जाती है, उसे यूनिकॉर्न का दर्जा मिल जाता है।
‘विकसित भारत के विजन में योगदान देने पर गर्व’
यह ऐलान करते हुए कृत्रिम के चेयरमैन भाविश अग्रवाल ने कहा, ‘भारत को अपना AI बनाना होगा, और कृत्रिम में, हम देश का पहला कंपलीट AI कंप्यूटिंग स्टैक बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।’
बता दें कि कृत्रिम एक संस्कृत शब्द है जिसका अंग्रेजी भाषा में मतलब है ऑर्टिफिशियल। भाविश अग्रवाल की इस कंपनी का लक्ष्य कंपलीट AI कंप्यूटिंग स्टैक के निर्माण पर फोकस करना है।
अग्रवाल ने कहा, ‘जैसे ही हम इस सफर पर आगे बढ़ रहे हैं, हमें ‘विकसित भारत’ के विजन में योगदान देने पर गर्व है, जहां इनोवेशन और टेक्नोलॉजिकल स्किल हमारे देश को ‘विश्वगुरु’ का दर्जा फिर से प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेंगे।
कई भाषाओं की दी गई है ट्रेनिंग
गौरतलब है कि कृत्रिम ने दिसंबर, 2023 में अपने बेस लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) का अनावरण किया था। इसे बेंगलूरु और सैन फ्रांसिस्को की दिग्गज कंप्यूटर वैज्ञानिकों की एक टीम द्वारा ट्रेनिंग दी गई है। यह मॉडल कृत्रिम के AI असिस्टेंट को बातचीत करने में भी मदद करेगा। यह कई भारतीय भाषाओं को बिना रुकावट के समझता और बोलता है।
कब से उपलब्ध होगा कृत्रिम?
कंपनी ने बयान में कहा कि फरवरी 2024 में यूजर्स के लिए कृत्रिम बीटा वर्जन में उपलब्ध होगा। इसके अलावा, यह AI एप्लिकेशन बनाने के इच्छुक उद्यमों और डेवलपर्स के लिए API के रूप में भी उपलब्ध होगा।
First Published – January 26, 2024 | 5:38 PM IST